शनिवार, 6 सितंबर 2014

संदिग्ध है अलकायदा की ये धमकी [दैनिक जागरण राष्ट्रीय और डीएनए में प्रकाशित]

  • पीयूष द्विवेदी भारत 

दैनिक जागरण 
आतंकी संगठन अलकायदा प्रमुख अल जवाहिरी के सामने आए ताजा वीडियो टेप में भारत में  अलकायदा की शाखा स्थापित करने की घोषणा के बाद से ही देश के समूचे सुरक्षा तंत्र में खलबली सी मची हुई है. केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल तथा ख़ुफ़िया एजेंसियों के प्रमुखों तक सबकी बैठकें हो रही हैं. अगर विचार करें तो ये खलबली जायज भी है. क्योंकि ये पहली दफे है जब इस तरह की धमकी का कोई वीडियो अलकायदा की तरफ से आया है. भारत में आतंकी हमले आदि की धमकी के वीडियो तो अब से पहले भी अलकायदा समेत तमाम आतंकी संगठनों की तरफ से जारी किए जाते रहे हैं, लेकिन  ये पहली बार है जब किसी आतंकी संगठन द्वारा देश में अपनी शाखा खोलने की धमकी दी गई है. वो भी बाकायदा जगहों का नाम बताते हुए. वीडियो में कहा गया है कि कायदात-अल-जिहाद नाम का ये अलकायदा का संगठन भारतीय उपमहाद्वीप में भारत, बांग्लादेश, म्यामार आदि जगहों पर इस्लाम और उसके लोगों की हिफाजत करेगा.  गौरतलब है कि अभी अलकायदा का अस्तित्व पाकिस्तान और अफगानिस्तान तक ही सीमित है. लेकिन, इस वीडियो के आने के बाद यह सवाल प्रासंगिक हो जाता है  कि क्या वाकई में भारत में भी अलकायदा दबे-छुपे तरह से अपने पैर ज़माने की कवायद करने लगा है ? हालांकि केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह द्वारा देश की सभी सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने व ख़ुफ़िया एजेंसियों को इस कायदात-अल-जेहाद की प्रमाणिकता के बारे में जानकारी हासिल  करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही, इस बात की भी जांच चल रही है कि प्राप्त वीडियो क्या वाकई में अलकायदा प्रमुख अल जवाहिरी का है या किसी बहरूपिये का. और अगर ये अल जवाहिरी का ही है तो भी इसमें कही गई बातें कितनी प्रामाणिक हैं. दरअसल, इस वीडियो और इसमें कही गई  बातों को लेकर संशय की स्थिति होने के लिए कई कारण हैं. पहला कारण तो ये है कि अब अलकायदा में वो पहले जैसी ताकत नहीं है कि वो इस तरह का कोई काम करने से पूर्व  खुली धमकी दे सके. तिसपर अगर देश में उसकी कोई शाखा चल भी रही है तो उसे आराम से चलने देने की बजाय उसका इस तरह से खुला ऐलान करके वो अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मारने का काम क्यों कर रहा है ? ये वो कुछ बातें हैं जो इस वीडियो और इसमें कही गई बातों को संदिग्ध बनाती हैं और इस बात को बल देती हैं कि इस वीडियो में अल जवाहिरी द्वारा कही गईं  कायदात-अल-जिहाद जैसे   संगठन की बातें बस हवा-हवाई भर हैं. ऐसे में, एक सवाल यह भी उठता है कि अगर  इस विडियों की धमकी असत्य व अप्रमाणिक हैं, तो ऐसी धमकी का वीडियो अलकायदा द्वारा जारी  ही क्यों किया गया ?  संभव है कि इस वीडियो के जरिये अलकायदा देश की सुरक्षा एजेंसियों का ध्यान भटकाकर अपने किसी दुसरे और बड़े मकसद को अंजाम देना चाहता हो. अगर याद करें तो अभी हाल ही में राजस्थान की सीमा से कुछ आतंकियों के देश में घुसने की कवायद की आशंका गृह मंत्रालय द्वारा व्यक्त की गई थी, जिसको लेकर  देश की सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने को भी कहा गया था. हो सकता है कि कहीं वे आतंकवादी  अलकायदा द्वारा प्रेरित हों और उन्ही की  तरफ से भारतीय सुरक्षा एजेंसियों आदि का ध्यान हटाने के मकसद से अलकायदा द्वारा ये हालिया वीडियो जारी किया गया हो. या यह भी हो सकता है कि अब जब अलकायदा अपने पहले जैसी ताकत, रुतबा व वैश्विक प्रभाव  सबकुछ खो चुका है और उसकी बजाय  आईएसआईएस व हमास जैसे आतंकी संगठनों के चर्चे हैं, तो वह पुनः चर्चा में आने के लिए यह तथ्यहीन वीडियो जारी किया हो. उसकी सोच रही हो कि भारत के लिए यह धमकी भरा वीडियो जारी करने के बाद वो एकबार फिर दुनिया की नज़र में आ जाएगा. अगर ऐसा है तो वो अपने इस उद्देश्य में फ़िलहाल तो काफी हद सफल नज़र आ रहा है. अब वास्तविकता क्या है, ये तो वीडियो के तथ्यों की पूरी जांच के बाद ही पता चलेगा. लेकिन, फिलहाल इतना तो कहा जा सकता है कि अलकायदा के इस वीडियो ने भारत की सुरक्षा व्यवस्था के बीच एक सनसनी जरूर पैदा कर दी है.
डीएनए 
    उपर्युक्त सभी बातों से स्पष्ट है कि अलकायदा प्रमुख अल जवाहिरी का ताजा वीडियो  काफी संदिग्ध है. साथ ही, उस वीडियो को लेकर जबतक कुछ साफ़ नहीं हो जाता तबतक सुरक्षा एजेंसियों की हालत 'न उगलने, न निगलने' जैसी ही रहने वाली है. वे न तो इस वीडियो को फर्जी मानकर अनदेखा ही कर सकते हैं और  न ही उसे पूरी तरह से वास्तविक मानकर अपना पूरा ध्यान उसपर लगा ही सकते हैं. ऐसे में, जरूरत होगी कि एक संतुलन के साथ कार्य किया जाय और जब तक कि इस वीडियो के तथ्यों के बारे में कुछ ठोस पता नहीं चल जाता, तब तक देश की आतंरिक व वाह्य सुरक्षा को लेकर बेहद से बेहद सतर्क रहा जाय. क्योंकि, कोई आश्चर्य नहीं कि इस वीडियो की आड़ में आतंक के किसी दूसरे ही खेल का आयोजन अलकायदा द्वारा किया जा रहा हो. 

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